Ram Shlok | छोटे श्री राम श्लोक अर्थ सहित | Ram Mantra For Success

Ram Mantra For Success: आपने ये तो सुना ही होगा कि राम से भी बड़ा राम का नाम है, भगवान श्री राम को मर्यादा पुरूषोत्तम कहा गया है।

ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री राम का नाम लेने से जीवन की सभी बाधाएं हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं। अगर आप भगवान श्री राम की कृपा पाना चाहते हैं तो आपको भगवान श्री राम के कुछ चमत्कारी मंत्रों का जाप करना चाहिए।

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार श्रीराम मंत्र का जाप करने से आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है और जीवन से बाधाएं दूर होती हैं। तो आइए जानते हैं भगवान राम के चमत्कारी मंत्रों के बारे में

श्री राम श्लोक इन संस्कृत | Ram Shlok In Sanskrit


।। जय श्री राम श्लोक ।।

राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।
सह्स्रनाम तत्तुल्यं राम नाम वरानने ।।

हिंदी अर्थ: जो कोई राम, राम कहता है, वह राम की आत्मा में आनन्दित होता है। यह राम नाम हजारों नामों के समान है।


भर्जनं भवबीजानां अर्जनं सुखसंपदां।
तर्जनं यमदूतानाम राम रामेति गर्जनं।।

हिंदी अर्थ: सर्व ब्राह्मणों के नायक रामचन्द्र जी का पवित्र नाम। दुःख को भी जलाकर राख कर देता है। उनका नाम लेने से इस लोक और परलोक में सुख प्राप्त होता है।


नमामि दूतं रामस्य सुखदं च सुरद्रुमम्
पीनवृत्त महाबाहुं सर्वशत्रुनिवारणम् ।।

हिंदी अर्थ: राम को प्रसन्न करने वाले दूत हनुमान को मैं नमस्कार करता हूँ। जो देवताओं की मनोकामना पूर्ण करने वाला कल्पवृक्ष है। जिसकी भुजाएं लंबी हैं, जो सभी शत्रुओं को दूर भगाता  है।


।। श्री राम श्लोक अर्थ सहित ।। shri ram mantra

“रामो विग्रहवान् धर्मः साधुः सत्यपराक्रमः।
राजा सर्वस्य लोकस्य देवानां मधवानिव।।”

हिंदी अर्थ: राम सुन्दर, धर्म के प्रतीक, सत्यवादी और वीर हैं। वह समस्त लोकों के  राजा है, देवताओं के समान मधुर है।


रामं स्कन्दं हनूमन्तं वैनतेयं वृकोदरम् ।
शयने यः स्मरेन्नित्यं दुःस्वप्नस्तस्य नश्यति।।

हिंदी अर्थ: जो व्यक्ति राम, स्कंद, हनुमान, वैनतेय (यानि गरुड़), को सोते समय स्मरण करता है, उसके दुःस्वप्नों का नाश होता है।


माता रामो मत्पिता रामचन्द्र:।
स्वामी रामो मत्सखा रामचन्द्र :।।
सर्वस्वं मे रामचन्द्रो दयालुर्नान्यं।
जाने नैव जाने न जाने।।

हिंदी अर्थ: मेरी माता राम हैं, मेरे पिता भी रामचन्द्र हैं। मेरे स्वामी भी राम हैं, मेरे मित्र भी रामचन्द्र हैं। चाहे मैं उन्हें जानता हो या न जानता हो, मेरे सर्वस्व तो परम दयालु रामचन्द्र ही हैं।


ध्यात्वा नीलोत्पलश्यामं रामं राजीवलोचनम्‌।
जानकीलक्ष्मणॊपेतं जटामुकुटमण्डितम्‌॥

हिंदी अर्थ: नीले रंग और विशेष रूप से सुंदर आँखों वाले, राजीवलोचन जो भगवान राम का ध्यान करते हैं। मैं जानकी और लक्ष्मण सहित जीवित, जटाधारी और मुकुटधारी राम का ध्यान करता हूँ।


।। श्री राम गायत्री मंत्र ।। Shri Ram Gayatri Mantra

ॐ दाशरथये विद्महे जानकी वल्लभाय धी महि॥ तन्नो रामः प्रचोदयात्।।

हिंदी अर्थ: ॐ दशरथ पुत्र का ध्यान करो, माता सीता की कृपा और आज्ञा से मुझे उच्च बुद्धि और बल प्राप्त होता है, भगवान श्री राम मेरे मन को बुद्धि और तेज से आलोकित करते हैं, बुद्धि और तेज प्रदान करते हैं।


रामं दूर्वादलश्यामं पद्‌माक्षं पीतवाससम्‌।
स्तुवन्ति नामभिर्दिव्यैर्न ते संसारिणो नर:॥

हिंदी अर्थ: जो मनुष्य श्री राम जी की ऊंची दिव्य मूर्तियों का गुणगान करता है, जिनका रंग दूर्वा के शिष्यों के समान काला है, जिनकी आंखें कमल के समान हैं और जो पीले रंग को धारण करते हैं, उन्हें सांसारिक चक्र में धन नहीं मिलता है।


One line श्री राम श्लोक अर्थ सहित | श्री राम सरल श्लोक


रामाय तस्मै नमः।

हिंदी अर्थ: मैं राम को नमस्कार करता हूँ।


रामो राजमणि सदा विजयते।

हिंदी अर्थ:  राम सदा विजयी होते हैं ।


रामेण विहता निशाचर चचूम।

हिंदी अर्थ: राम के द्वारा राक्षसों का अंत हुआ।


भो राम मामुद्धरः।

हिंदी अर्थ: हे श्रीराम मेरा उद्धार करें।


रामेचित्त लयः सदा भवतु मे।

हिंदी अर्थ: श्रीराम में चित्त सदा लगा रहे।


रामस्य ईश्वर: स: रामेश्वर:।

हिंदी अर्थ: राम जिसके ईश्वर हैं वही रामेश्वर है।


राम पर श्लोक | श्री राम मंत्र |Shri Ram Shlok


श्री राम तारक मंत्र

ॐ जानकीकांत तारक रां रामाय नमः।।


प्रतिदिन प्रभु का स्मरण करने के लिए मंत्र

|| श्री राम जय राम जय जय राम ||


मनोकामना पूर्ति हेतु मंत्र

|| श्री रामचन्द्राय नमः || 


सफलता के लिए मंत्र

ॐ राम ॐ राम ॐ राम ह्रीं राम ह्रीं राम श्रीं राम श्रीं राम ,
क्लीं राम क्लीं राम। फ़ट् राम फ़ट् रामाय नमः ।


श्री राम मूल मंत्र

ॐ ह्रां ह्रीं रां रामाय नम:।।


एक श्लोकी रामायण – Ek Shloki Ramayan


आदौ राम तपोवनादि गमनं, हत्वा मृगं कांचनम्।
वैदीहीहरणं जटायुमरणं, सुग्रीवसंभाषणम्।।
बालीनिर्दलनं समुद्रतरणं, लंकापुरीदाहनम्।
पश्चाद्‌ रावण कुम्भकर्ण हननम्‌, एतद्धि रामायणम्।।

हिंदी अर्थ:

१. एक बार भगवान श्री राम वनवास चले गये। वहां उसने सोने के हिरण का पीछा किया और उसे मार डाला।

२. इसी बीच उनकी पत्नी वैदेही (सीता जी) का रावण ने अपहरण कर लिया। पक्षीराज जटायु उनकी रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।

३. इसके बाद श्रीराम ने सुग्रीव से मित्रता की और उनसे विचार-विमर्श किया।

४. उन्होंने सुग्रीव के दुष्ट भाई बाली को मार डाला। फिर समुद्र पर पुल बनाया और उसे पार किया। हनुमानजी ने लंकापुरी जला दी।

५. इसके बाद रावण और कुम्भकरण का वध हुआ। यह सम्पूर्ण रामायण की संक्षिप्त कथा है।


FAQ

1. राम मंत्र क्या है?

राम मंत्र भगवान राम का स्मरण करने के लिए एक पवित्र मंत्र है। यह “राम” नाम का जप है, जिसे हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के सातवें अवतार के रूप में पूजा जाता है।

2. राम मंत्र का क्या महत्व है?

राम मंत्र का महत्व अनेक हैं। इसका जप करने से मन शांत होता है, तनाव कम होता है, और एकाग्रता बढ़ती है। यह आध्यात्मिक विकास और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग भी माना जाता है।

3. राम मंत्र कैसे जपें?

राम मंत्र को आप मन में जप सकते हैं या धीमी आवाज में बोल सकते हैं। जप करते समय ध्यान केंद्रित करना और भावनाओं को शुद्ध रखना महत्वपूर्ण है। आप माला का उपयोग करके भी जप कर सकते हैं।

4. राम मंत्र जपने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

राम मंत्र जपने का कोई निश्चित समय नहीं है। आप इसे दिन में किसी भी समय जप सकते हैं।

5. राम मंत्र जपने के कितने बार जप करना चाहिए?

राम मंत्र जपने की कोई निश्चित संख्या नहीं है। आप अपनी इच्छा और क्षमता अनुसार जप कर सकते हैं।

6. क्या महिलाएं भी राम मंत्र जप सकती हैं?

हाँ, महिलाएं भी राम मंत्र जप सकती हैं।

7. क्या राम मंत्र जपने के लिए कोई नियम है?

राम मंत्र जपने के लिए कोई सख्त नियम नहीं है। बस ध्यान रखें कि आपका मन शुद्ध और एकाग्र हो।

8. राम मंत्र जपने से क्या लाभ होते हैं?

राम मंत्र जपने से अनेक लाभ होते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • मन शांत होता है
  • तनाव कम होता है
  • एकाग्रता बढ़ती है
  • आध्यात्मिक विकास होता है
  • मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है
  • सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है
  • आत्मविश्वास बढ़ता है
  • जीवन में खुशियां आती हैं

9. क्या राम मंत्र जपने के कोई नकारात्मक प्रभाव होते हैं?

नहीं, राम मंत्र जपने के कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होते हैं।

10. क्या मैं राम मंत्र जपने के लिए किसी गुरु की आवश्यकता है?

नहीं, राम मंत्र जपने के लिए आपको किसी गुरु की आवश्यकता नहीं है। आप स्वयं ही इसका जप कर सकते हैं।

11. क्या राम मंत्र का कोई अर्थ होता है?

जी हां, राम मंत्र का अर्थ “परमेश्वर” या “सर्वोच्च शक्ति” होता है। “राम” शब्द को कई तरह से समझाया जाता है, कुछ इसे “रमते” (खुशी देने वाला) से जोड़ते हैं, तो कुछ इसे “राम” (जो प्रकाश देता है) से संबंधित मानते हैं।

12. क्या राम मंत्र का कोई वैज्ञानिक आधार है?

वैज्ञानिक शोध अभी भी प्रारंभिक चरण में है, लेकिन कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि मंत्र जप करने से रक्तचाप कम करने, तनाव कम करने और मन को शांत करने में मदद मिल सकती है।

13. राम मंत्र जपते समय क्या कोई विशेष आसन (बैठने की मुद्रा) जरूरी है?

जरूरी नहीं, आप सुखासन (आराम से बैठना) या पद्मासन (कमल की मुद्रा) जैसी किसी भी आरामदायक स्थिति में बैठ सकते हैं। महत्वपूर्ण है कि आपकी रीढ़ सीधी हो और आप सहज महसूस करें।

14. क्या राम मंत्र का कोई बीज मंत्र होता है?

जी हां, राम मंत्र का एक बीज मंत्र भी होता है, जिसे “ह्रीं” कहा जाता है। कुछ लोग जपने से पहले “ह्रीं राम” का उच्चारण करते हैं।

15. क्या राम मंत्र का पाठ करने से इच्छाएं पूरी होती हैं?

राम मंत्र आत्मिक विकास और शुद्ध मन के लिए माना जाता है। माना जाता है कि शुद्ध मन से किया गया जप सकारात्मक ऊर्जा देता है, जो लक्ष्य प्राप्ति में सहायक हो सकता है। लेकिन यह जादू की तरह तुरंत इच्छा पूरी करने वाला मंत्र नहीं है।

16. राम मंत्र का जप सामूहिक रूप से करना ज्यादा फायदेमंद होता है?

राम मंत्र का जप व्यक्तिगत रूप से या सामूहिक रूप से दोनों तरह से फायदेमंद होता है। सामूहिक जप में सामूहिक ऊर्जा का निर्माण होता है, जो व्यक्ति को गहराई से जुड़ने में मदद कर सकता है।

17. क्या तेज आवाज में राम मंत्र जपना ज्यादा कारगर होता है?

जरूरी नहीं। आप धीमी और शांत स्वर में जप कर सकते हैं। जप का उद्देश्य मन को शांत करना और एकाग्रता बढ़ाना है, इसलिए तेज आवाज जरूरी नहीं है।

18. अगर जप के दौरान मन भटक जाए तो क्या करें?

यह स्वाभाविक है कि जप के दौरान मन भटक जाए। जब ऐसा हो, तो धीरे से अपना ध्यान वापस मंत्र पर लाएं। अभ्यास के साथ, एकाग्रता बढ़ती जाती है।

19. राम मंत्र जपने के साथ ध्यान (meditation) का अभ्यास करने से क्या फायदे होते हैं?

राम मंत्र जप के साथ ध्यान का अभ्यास करने से मन को शांत करने और एकाग्रता बढ़ाने में काफी मदद मिलती है। दोनों का संयोजन आध्यात्मिक विकास में तेजी ला सकता है।

20. क्या राम मंत्र का बच्चों को सिखाना ठीक है?

बिल्कुल। राम मंत्र बच्चों को सकारात्मकता, शांति और एकाग्रता का पाठ सिखाता है। उन्हें बचपन से ही इस सरल मंत्र का जप करना सिखाना फायदेमंद होता है।