वाराही स्तोत्र | श्री वशीकरण वाराही स्तोत्र | Vashikaran Varahi Stotram

किसी भी इच्छा, आध्यात्मिक या भौतिक वस्तु को आकर्षित करने के लाभ निकालने के लिए श्री वैश्य वाराही देवी स्तोत्र और मंत्र को एक साथ तैनात किया जाता है।

इस विशेष संदर्भ में, भजन पूरी तरह से सांसारिक उपलब्धियों और राजशाही के अनुरूप एक शानदार जीवन जीने के लिए एक विशाल भाग्य की तलाश की ओर निर्देशित है।

विनियोग


ॐ अस्य श्रीसर्ववशीकरण वाराही स्तोत्र मंत्रस्य नारदऋषिः 

अनुष्टुप छन्दः श्री वश्यवाराही देवता ऐं बीजं 

क्लीं शक्तिः ग्लौं कीलकं मम सर्ववश्यार्थे 

जपे विनियोगः || 

अब भगवती वाराही का मन-ही-मन चिन्तन करते हुए इस स्तोत्र का पाठ करे । 

श्री वशीकरण वाराही स्तोत्रं | Shri Vashikaran Varahi Stotram


।। स्तोत्र-पाठ ।। 

अश्वारुढे रक्त-वर्णे, स्मित-सौम्य-मुखाम्बुजे । 

राज-स्त्री-सर्व-जन्तूनां, वशीकरण-नायिके ।। 

वशीकरण-कार्यार्थं, पुरा देवन निर्मिता । 

तस्मादवश्यं वाराहि, सर्वान् मे वशमानय ।। 

अन्तर्बहिश्च मनसि, व्यापारेषु सभासु च । 

यथा मामेव स्मरति, तथा देवि ! वशं कुरु ।। 

चामरां दोलिकां छत्रं, राज-चिह्नानि यच्छति । 

अभीष्ट-सम्पदो राज्यं, रामाराज्यमथापि वा । 

मन्मथ स्मरद्रामा यान्ति रन्तु मया स्मह-स्त्री-रत्नेषु महत् प्रेम तथा जनय कामदे । 

मृग-पक्ष्यादयः सर्वे, दृष्ट्या मां प्रेम-वीक्षिताः । 

अनुगच्छन्तु मामेव, त्वत्प्रसादात्तथा कुरु, वशीकरण-कार्यार्थं यत्र-कुत्र प्रयुज्यते । 

सम्मोहनास्त्रं वर्षित्वा तत् कार्य तत्र वर्षय चशिकरण-बालास्त्रं भक्ता वाम निवारितं तस्मादवश्यं वाराहि ! जगत्सर्वं वशं कुरु । 

वश्य-स्तोत्रमिदं देव्या, त्रि-सन्ध्यं यः पठेन्नरः । सोऽपि तत्-तत्क्षणाद् देव्या, राम-राज्यमवाप्नुयात् ।

।। श्रीवशीकरण वाराही स्तोत्रं ।।


वशीकरण वाराही स्तोत्रम Video


वश्य वाराही स्तोत्र बेनिफिट्स


“वश्य वाराही स्तोत्र” के कई लाभ हो सकते हैं। यह स्तोत्र मां वाराही, एक अवतार श्रीविष्णु को समर्पित है। यह स्तोत्र उनकी कृपा, शक्ति और सुरक्षा के लिए उपासना किया जाता है। यहां कुछ मुख्य लाभ हैं:

  1. मानसिक शांति: वश्य वाराही स्तोत्र का पाठ मन को शांति और सांत्वना प्रदान कर सकता है।
  2. रोग निवारण: इस स्तोत्र का नियमित पाठ करने से शारीरिक और मानसिक रोगों का निवारण हो सकता है।
  3. संतान की कृपा: संतान के लिए इस स्तोत्र का पाठ करने से संतान को शुभ और स्वस्थ जीवन की प्राप्ति हो सकती है।
  4. धन संपत्ति: वश्य वाराही स्तोत्र का पाठ करने से धन संपत्ति में वृद्धि हो सकती है।
  5. रोगनिरोधक शक्ति: इस स्तोत्र का पाठ करने से शारीरिक और मानसिक रोगों की रक्षा हो सकती है।

वशीकरण वाराही स्तोत्र का महत्व


  • मनचाहा वशीकरण: यह मंत्र मनचाहा वशीकरण प्राप्त करने में सहायक माना जाता है।
  • प्रेम और आकर्षण: यह प्रेम और आकर्षण प्राप्त करने के लिए भी उपयोगी माना जाता है।
  • शत्रुओं पर विजय: यह शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक माना जाता है।
  • सफलता और समृद्धि: यह सफलता और समृद्धि प्राप्त करने के लिए भी उपयोगी माना जाता है।

वशीकरण वाराही स्तोत्र का जाप


  • पूजा की तैयारी:
    • स्नान करके स्वयं को शुद्ध करें।
    • पूजा स्थान को साफ और स्वच्छ करें।
    • देवी वाराही की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
    • दीप प्रज्वलित करें और धूप जलाएं।
  • मंत्र का जाप:
    • शांत और एकाग्रचित्त होकर बैठ जाएं।
    • माला में 108 मोती या कम से कम 11 मोती रखें।
    • ॐ ऐं क्लीं ग्लौं अश्वारूढे सर्ववश्य वाराह्यै मम सर्ववशङ्करि कुरु कुरु ठः ठः” मंत्र का 108 बार या 11 बार जप करें।
    • प्रत्येक मंत्र जप के साथ देवी वाराही की कल्पना करें और उनसे अपनी मनोकामना व्यक्त करें।
  • पूजा का समापन:
    • मंत्र जप पूरा करने के बाद देवी वाराही को नैवेद्य अर्पित करें।
    • आरती करें और देवी वाराही का आशीर्वाद प्राप्त करें।

ध्यान रखने योग्य बातें

  • मंत्र का जप शुद्ध मन और भक्तिभाव से करें।
  • लालच या नकारात्मक भावनाओं से प्रेरित होकर मंत्र का जप न करें।
  • मंत्र का जप करते समय किसी भी प्रकार का व्यवधान न आने दें।
  • मंत्र जप के बाद अपनी मनोकामना पर विश्वास रखें और सकारात्मक सोच रखें।

वशीकरण वाराही स्तोत्र के कुछ प्रसिद्ध संस्करण


  • श्री वाराही वशीकरण स्तोत्र
  • वाराही वशीकरण मंत्र
  • ऐं क्लीं ग्लौं अश्वारूढे सर्ववश्य वाराह्यै मंत्र

यह भी ध्यान रखें

  • वशीकरण मंत्रों का उपयोग सदैव अच्छे कार्यों के लिए ही करना चाहिए।
  • किसी को हानि पहुंचाने या गलत कामों के लिए इनका उपयोग न करें।
  • यदि आपको वशीकरण मंत्रों के बारे में अधिक जानकारी चाहिए, तो किसी योग्य गुरु या धार्मिक विद्वान से सलाह लें।

अंतिम शब्द


वशीकरण वाराही स्तोत्र शक्तिशाली मंत्र है, जिसका उपयोग मनचाहा वशीकरण प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है। यदि आप इसका उपयोग करना चाहते हैं, तो शुद्ध मन, भक्तिभाव और सकारात्मक सोच के साथ इसका जप करें।

Note: वश्य वाराही स्तोत्र का पाठ नियमित और भक्तिपूर्वक किया जाना चाहिए ताकि इसके सभी लाभ प्राप्त हो सकें। ध्यान रहे कि किसी भी पौराणिक या आध्यात्मिक प्रथा का पालन करने से पहले किसी योग्य गुरु या पंडित से परामर्श लेना अच्छा होगा।


FAQ

“वशीकरण वाराही स्तोत्र” क्या है?

“वशीकरण वाराही स्तोत्र” एक प्राचीन संस्कृत मंत्र है जो वशीकरण और आकर्षण के लिए उपयोगी माना जाता है। यह स्तोत्र माँ भगवती को समर्पित है।

क्या इसे किसी विशेष समय या स्थान पर उचित है पढ़ने के लिए?

जी हां, “वशीकरण वाराही स्तोत्र” को किसी भी समय या स्थान पर पढ़ा जा सकता है, लेकिन उसे ध्यानपूर्वक और श्रद्धापूर्वक पढ़ना चाहिए।

क्या यह स्तोत्र किसी को किसी के वश में करने में मदद कर सकता है?

“वशीकरण वाराही स्तोत्र” का पाठ किसी को किसी के वश में करने में मदद कर सकता है, यह एक प्राचीन विधि है जो कई लोगों को लाभ पहुंचाती है।

क्या यह किसी को विवाहित करने में सहायक हो सकता है?

“वशीकरण वाराही स्तोत्र” का पाठ किसी को विवाहित करने में सहायक हो सकता है, लेकिन यह समय लग सकता है और उसे ध्यानपूर्वक करना चाहिए।

क्या यह किसी को प्यार में पटाने में मदद कर सकता है?

हां, “वशीकरण वाराही स्तोत्र” का पाठ किसी को प्यार में पटाने में मदद कर सकता है, लेकिन यह शक्तिशाली प्रयास की आवश्यकता होती है।

क्या इसका उपयोग किसी के खिलाफ किया जा सकता है?

नहीं, “वशीकरण वाराही स्तोत्र” का उपयोग किसी के खिलाफ नहीं किया जाना चाहिए, और यह केवल प्रेम और समर्पण के लिए होना चाहिए।

क्या इसे किसी धर्म के अनुसार ही पढ़ा जा सकता है?

जी नहीं, “वशीकरण वाराही स्तोत्र” को किसी भी धर्म के अनुसार पढ़ा जा सकता है, और इसका उपयोग सभी धर्मों में किया जाता है।

क्या यह किसी के विरूद्ध अनिष्ट करने में इस्तेमाल किया जा सकता है?

नहीं, “वशीकरण वाराही स्तोत्र” का उपयोग किसी के विरूद्ध किसी भी अनिष्ट करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।

क्या इसे किसी दिशा में पढ़ने की आवश्यकता है?

नहीं, “वशीकरण वाराही स्तोत्र” को किसी विशेष दिशा में पढ़ने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन उसे ध्यानपूर्वक पढ़ा जाना चाहिए।

क्या यह किसी की नकल किया जा सकता है?

नहीं, “वशीकरण वाराही स्तोत्र” की नकल करने का कोई साहस नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि यह एक पवित्र मंत्र है और इसका सम्मान करना चाहिए।