गणेश स्तोत्र | Ganesh Stotra in Hindi

हिंदू धार्मिक पुराणों में श्री गणेश की कृपा के महत्व के बारे में बताया गया है. नारद पुराण में sankat nashan ganesh stotra लिखा गया है, जिसे पढ़कर आप अपने जीवन की हर परेशानी दूर कर सकते हैं. 

भगवान गणेश विघ्नहर्ता हैं, विद्यादाता हैं, धन-संपत्ति देने वाले हैं. इस तरह गौरीपुत्र गणपति जीवन की हर परेशानी को दूर करने वाले हैं. उनकी उपासना करने से आपके सभी संकट मिट जाएंगे. 

संकट नाशन गणेश स्तोत्र को कई लोग rin mochan ganesh stotra, rinharta ganesh stotra या rinmochan ganesh stotra के नाम से भी जानते है।  तो आइये पढ़ते है, Ganesh Stotra in Hindi.

 गणेश स्तोत्र | Ganesh Stotra in Hindi


प्रणम्यं शिरसा देव गौरीपुत्रं विनायकम।

भक्तावासं: स्मरैनित्यंमायु:कामार्थसिद्धये।।1।।

प्रथमं वक्रतुंडंच एकदंतं द्वितीयकम।

तृतीयं कृष्णं पिङा्क्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम।।2।।

लम्बोदरं पंचमं च षष्ठं विकटमेव च।

सप्तमं विघ्नराजेन्द्रं धूम्रवर्ण तथाष्टकम् ।।3।।

नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम।

एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजाननम।।4।।

द्वादशैतानि नामानि त्रिसंध्य य: पठेन्नर:।

न च विघ्नभयं तस्य सर्वासिद्धिकरं प्रभो।।5।।

विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी लभते धनम्।

पुत्रार्थी लभते पुत्रान् मोक्षार्थी लभते गतिम् ।।6।।

जपेद्वगणपतिस्तोत्रं षड्भिर्मासै: फलं लभेत्।

संवत्सरेण सिद्धिं च लभते नात्र संशय: ।।7।।

अष्टभ्यो ब्राह्मणेभ्यश्च लिखित्वां य: समर्पयेत।

तस्य विद्या भवेत्सर्वा गणेशस्य प्रसादत:।।8।।

॥ इति श्रीनारदपुराणे संकष्टनाशनं गणेशस्तोत्रं सम्पूर्णम्‌ ॥


Photo by Alin Andersen on Unsplash

Ganpati Stotram with Lyrics


Sankata Nashak Ganesh Stotra

गणपति स्तोत्र का पाठ कैसे करें

  • इस स्तोत्र की विधि बहुत ही सरल है. इस स्तोत्र का पाठ प्रतिदिन सुबह, दोपहर और शाम को किया जा सकता है।
  • Ganesh stotra ka paath करने के लिए आप को  पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
  • सुखासन या पद्मासन जैसी आरामदायक स्थिति में बैठें।
  • जमीन पर पानी से स्वस्तिक बनाये। पानी से भरा हुआ तांबे का गिलास उसपर रखे।
  • आप गणपति स्तोत्र का जाप अपनी सुविधा अनुसार 5/7/11/108 बार कर सकते है।
  • जाप के बाद भगवान गणेश को मानपुर्वक प्रणाम करे एव तांबे के गिलास का पानी पुरे परिवार को तीर्थ स्वरूप प्राशन करने दे।
  • मंगलमय वातावरण के लिए तीर्थ का छिड़काव पुरे घर मे करे।

संकट नाशन गणेश स्तोत्र के लाभ

  • गणेश स्तोत्र का नियमित पाठ आपके मन को शांत करता है और आपके जीवन से बुराई को दूर रखने के लिए जाना जाता है।
  • यह आपको स्वस्थ और समृद्ध भी बनाता है।
  • इस स्तोत्र का प्रतिदिन पाठ करने से छह माह के भीतर ही व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
  • जो विद्यार्थी विद्या की इच्छा रखते हैं उन्हें धन की प्राप्ति होती है और जो पुत्र की इच्छा रखते हैं उन्हें पुत्र की प्राप्ति होती है।
  • एक वर्ष तक नियमित अध्ययन करने से व्यक्ति सफलता प्राप्त करता है।
Photo by Sonika Agarwal on Unsplash

गणेश स्तोत्र का जाप क्यों किया जाता है? 

प्रतिदिन संकट नाशनम गणेश स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति को कई प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है और सभी कष्टों का नाश होता है। हिंदी में संकट का अर्थ समस्या है और नाशनम अंत तक इसे हल करने का इरादा रखता है। अत: इस स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति अपनी समस्याओं से अंत तक छुटकारा पा सकता है।

गणेश स्तोत्र का जाप करने का सर्वोत्तम समय क्या है?

यदि आप गणेश स्तोत्र का सर्वोत्तम परिणाम चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप इसका जाप सुबह स्नान करने के बाद करें। गणेश स्तोत्र का जाप गणपति की मूर्ति या तस्वीर के सामने करना चाहिए। इसके लाभों को अधिकतम करने के लिए, जप से पहले स्तोत्र का हिंदी अर्थ समझना उचित है।


FAQ

1. गणेश स्तोत्र क्या है?

गणेश स्तोत्र भगवान गणेश की स्तुति में लिखे गए स्तोत्रों का संग्रह है। इन स्तोत्रों में भगवान गणेश के विभिन्न नामों, रूपों और गुणों का वर्णन होता है।

2. गणेश स्तोत्र का पाठ क्यों करना चाहिए?

गणेश स्तोत्र का पाठ करने से कई लाभ मिलते हैं, जिनमें शामिल हैं:
▪ बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि
▪ विघ्नों का नाश
▪ सुख-समृद्धि प्राप्ति
▪ मोक्ष प्राप्ति

3. गणेश स्तोत्र का पाठ कैसे करें?

गणेश स्तोत्र का पाठ किसी भी शुभ मुहूर्त में किया जा सकता है। लेकिन, सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनकर पूजा करना अधिक उचित माना जाता है। आप दीप जलाकर भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र के सामने बैठ कर श्रद्धा पूर्वक स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं।

4. गणेश स्तोत्र के क्या प्रकार हैं?

गणेश स्तोत्र के कई प्रकार हैं, जिनमें से कुछ प्रसिद्ध स्तोत्रों में शामिल हैं:
▪ गणेश स्तोत्र
▪ गणेश चतुर्थी स्तोत्र
▪ गणेश पंचरत्न स्तोत्र
▪ गणेश बुद्धिप्रदा स्तोत्र
▪ गणेश शांति स्तोत्र

5. 5 साल का बच्चा भी गणेश स्तोत्र का पाठ कर सकता है?

हाँ, बिल्कुल। बच्चे भी गणेश स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं। यह स्तोत्र भाषा में सरल है और बच्चों के लिए भी आसानी से समझा जा सकता है।

6. गणेश स्तोत्र का पाठ करने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

गणेश स्तोत्र का पाठ करने का कोई निश्चित समय नहीं है। आप इसे सुबह, शाम या कभी भी कर सकते हैं। लेकिन, सुबह ब्रह्म मुहूर्त में या बुधवार को पाठ करना अधिक उत्तम माना जाता है।

7. गणेश स्तोत्र का पाठ करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

▪ स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
▪ पूजा स्थान को स्वच्छ रखें।
▪ दीप जलाकर भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र के सामने बैठें।
▪ मन को शांत रखें और श्रद्धा पूर्वक स्तोत्र का पाठ करें।
▪ स्तोत्र का पाठ समाप्त करने के बाद भगवान गणेश से प्रार्थना करें।

8. क्या गणेश स्तोत्र का पाठ करने से कोई नकारात्मक प्रभाव हो सकता है?

नहीं, गणेश स्तोत्र का पाठ करने से कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है। यह स्तोत्र पूरी तरह सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ है और भक्तों को शुभ फल प्रदान करता है।

9. क्या मैं गणेश स्तोत्र का पाठ हिंदी में कर सकता हूँ?

हाँ, बिल्कुल। गणेश स्तोत्र हिंदी सहित कई भाषाओं में उपलब्ध है। आप अपनी सुविधा अनुसार किसी भी भाषा में इसका पाठ कर सकते हैं।

10. गणेश स्तोत्र के अलावा भगवान गणेश की पूजा के लिए और क्या किया जा सकता है?

भगवान गणेश की पूजा के लिए आप निम्नलिखित कार्य भी कर सकते हैं:
भगवान गणेश को दूर्वा की 21 इत्ती चढ़ाना। दूर्वा बुद्धि का प्रतीक मानी जाती है और इसे भगवान गणेश को अर्पित करने से बुद्धि का आशीर्वाद मिलता है।