श्री कृष्ण बीज मंत्र | 7 Powerful Krishna Mantra | कृष्ण मंत्र संग्रह

यदि आप Shri Krishna Beej Mantra ढूंढ रहे है, तो आप सही जगह आये है। इस लेख में, हम कृष्ण मंत्रों के महत्व, विविधता और सकारात्मक परिणामों के बारे में जानेगे और व्यक्तियों की आध्यात्मिक यात्राओं पर उनके गहरे प्रभाव की चर्चा करेंगे।

कौन है भगवान कृष्ण?

भगवान कृष्ण हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय देवताओं में से एक हैं। वह विष्णु, सर्वोच्च सत्ता के आठवें अवतार हैं। कृष्ण अपने चंचल और शरारती स्वभाव के साथ-साथ अपनी गहन बुद्धि और करुणा के लिए जाने जाते हैं। 

भगवान कृष्ण, जिन्हें अक्सर एक दिव्य प्रेमी, दार्शनिक और मार्गदर्शक के रूप में चित्रित किया जाता है, हिंदू धर्म में एक पूजनीय देवता हैं।

पवित्र ग्रंथ भगवद गीता में दर्ज उनकी शिक्षाएं जीवन, कर्तव्य और आध्यात्मिकता में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करती हैं। कृष्ण का चंचल और मनमोहक व्यक्तित्व उन्हें भक्तों के बीच एक प्रिय व्यक्ति बनाता है। 

श्री कृष्ण मंत्र | Shri Krishna Mantra


धार्मिक मानयताओं के अनुसार, मंत्रों का सही उच्चारण सही फल प्रदान करता है. इसलिए आज हम आपको श्री कृष्ण से जुड़े कुछ मंत्र बताने जा रहे हैं जो जीवन में धन, समृद्धि और ज्ञान की प्राप्ति में मदद करते हैं।

क्लीं”

Kleem

यह मंत्र श्री कृष्णा का बीज मंत्र है और सब से छोटा मंत्र है, यदि आप कोई मंत्र ना कर पाए तो इस मंत्र का 108 बार जाप कर सकते है और फल प्राप्त कर सकते है।  


“ओम क्लीम कृष्णाय नमः”

Om Kleem Krishnay Namah 

यह सबसे  powerful krishna mantra है। इस मंत्र का जाप करने से मनुष्य को सफलता और वैभव की प्राप्ति होती है, लेकिन इसे नियम-कायदों के साथ जपना चाहिए. 


“ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः”

Om Namo Bhagwate Vasudevay Namah

रोज सुबह स्नान करने के बाद इस मंत्र का 108 बार जाप करें। ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करने से जीवन की परेशानियों से छुटकारा मिलता है और भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद मिलता है। 


“हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे”

Hare Krishna Hare Krishna, Krishna Krishna Hare Hare, Hare Rama Hare Rama, Rama Rama Hare Hare

Hare krishna mantra का जाप करने से आपका मन पूरी तरह से शांत हो सकता है और आपका मन प्रेम और भक्ति की भावना से भर जाएगा। साथ ही इस मंत्र का 108 बार जाप करने से भी घर में सुख-समृद्धि आती है।


“ॐ कृष्णाय नमः”

Om Krishnaya Namah

यह मंत्र भगवान श्रीकृष्ण की पूजा और स्मरण के लिए माना जाता है। इस मंत्र का नियमित जाप आपको मानसिक और शांति प्रदान कर सकता है।


“कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम:”

Krishnay Vasudevay Haraye Paramatmane. Pranat Kleshanaya Govindaya Namo Namah

घर में सुख-शांति बनाए रखने के लिए इस मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करें। यदि घर में कोई क्लेश या नकारात्मकता हो तो इस मंत्र का जाप करने से घर में सुख-शांति का माहौल बना रहेगा।


“ॐ नमो भगवते श्रीगोविन्दाय नम:”

Om Namo Bhagwate Shri Govindaya Namah

अगर आपकी शादी में दिक्कत आ रही है या आप प्रेम विवाह करना चाहते हैं तो इस मंत्र का जाप करें। इस मंत्र का प्रतिदिन जाप करने से प्रेम संबंध बेहतर हो सकते हैं और विवाह में आ रही रुकावटें भी दूर हो सकती हैं।


कृष्ण मंत्रों के जाप के लाभ


1 आध्यात्मिक उत्थान: कृष्ण मंत्रों का जाप करने से आध्यात्मिक विकास और आंतरिक परिवर्तन होता है। मंत्र से उत्पन्न कंपन भीतर गूंजती है, चेतना को ऊपर उठाती है और आत्म-साक्षात्कार को बढ़ावा देती है।

2 तनाव से राहत: कृष्ण मंत्रों का लयबद्ध पाठ शांति और शांति की भावना पैदा करता है। यह तनाव और चिंता को कम करता है और मानसिक कल्याण को बढ़ावा देता है।

3 भक्ति और प्रेम: कृष्ण को प्रेम के देवता के रूप में जाना जाता है। उनके मंत्रों का जाप करने से भगवान और सभी जीवित प्राणियों के प्रति भक्ति और प्रेम की गहरी भावना पैदा होती है।

4 बाधाओं को दूर करना: कृष्ण मंत्रों का जाप व्यक्ति के मार्ग से भौतिक और आध्यात्मिक दोनों बाधाओं को दूर करने में मदद करता है, जिससे जीवन की यात्रा आसान हो जाती है।

5 सुरक्षा: भगवान कृष्ण को एक रक्षक के रूप में भी देखा जाता है। इनके मंत्रों का जाप करने से साधक के चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का एक कवच बन जाता है, जो नकारात्मकता को दूर भगा देता है।

6 बेहतर फोकस: नियमित पाठ करने से एकाग्रता और फोकस बढ़ता है, जो किसी भी ध्यान अभ्यास के लिए आवश्यक है।

7 गुणों का विकास: कृष्ण मंत्रों का जाप करने से धैर्य, करुणा और विनम्रता जैसे गुणों के विकास को बढ़ावा मिलता है।

कृष्ण मंत्र का जाप कैसे करे


  1. Krishna mantra jaap करते समय पर साफ-सुथरा वस्त्र ही पहनें।
  2. एक शांत जगह ढूंढें जहां आपको कोई परेशानी न हो।
  3. अपनी आंखें बंद करें और अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।
  4. मंत्र का जाप धीरे-धीरे और सोच-समझकर शुरू करें।
  5.  कृष्ण मंत्रों का जाप कम से कम 27 बार और ज्यादा से ज्यादा 108 बार की  एक माला करनी चाहिए।
  6. कृष्ण मंत्रों के जाप से पहले मांस, मछली या शराब का सेवन ना करें। 

निष्कर्ष

कृष्ण मंत्रों का जाप परमात्मा से जुड़ने का एक सरल लेकिन शक्तिशाली तरीका है। यदि आप अपने जीवन को बेहतर बनाने का कोई रास्ता खोज रहे हैं, इसके पाठों के माध्यम से, अभ्यासकर्ता आध्यात्मिक यात्रा पर निकलते हैं, और रास्ते में कई लाभ प्राप्त करते हैं। 

चाहे आंतरिक शांति, आध्यात्मिक विकास, या परमात्मा के साथ मजबूत संबंध की तलाश हो, कृष्ण मंत्र एक ऐसा मार्ग प्रदान करते हैं जो पीढ़ियों से संजो कर रखा गया है।


FAQ

1. कृष्ण मंत्र क्या हैं?

कृष्ण मंत्र भगवान कृष्ण की स्तुति और प्रार्थना करने के लिए उपयोग किए जाने वाले मंत्र हैं। इन मंत्रों का उद्देश्य भगवान कृष्ण से आशीर्वाद, शक्ति और मार्गदर्शन प्राप्त करना है।

2. कृष्ण मंत्र कितने प्रकार के होते हैं?

कृष्ण मंत्रों की अनेक किस्में हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

  • महा मंत्र: “हरे कृष्ण हरे राम”
  • गोपी मंत्र: “राधा कृष्ण गोविंदा”
  • मोक्ष मंत्र: “गोविंदा गोपाल गोपिजना वल्लभ”
  • शांति मंत्र: “ओम नमो नारायणाय”
  • प्रेम मंत्र: “राधा-कृष्ण प्रेम मन्त्र”

3. कृष्ण मंत्र का जाप कैसे करें?

कृष्ण मंत्र का जाप करने के कई तरीके हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

  • माला का उपयोग: आप माला का उपयोग करके मंत्र का जाप कर सकते हैं। प्रत्येक माला के मनके पर एक बार मंत्र का जाप करें।
  • जप माला: आप जप माला का उपयोग करके मंत्र का जाप कर सकते हैं। यह एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो मंत्रों की गणना करता है।
  • ध्यान: आप शांत बैठकर अपनी आँखें बंद करके ध्यान करते हुए मंत्र का जाप कर सकते हैं।
  • गायन: आप मंत्रों को गाकर भी उनका जाप कर सकते हैं।

4. कृष्ण मंत्र का जाप करने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

कृष्ण मंत्र का जाप करने का कोई निर्धारित समय नहीं है। आप इसे अपनी सुविधानुसार कभी भी कर सकते हैं।

5. क्या महिलाएं कृष्ण मंत्र का जाप कर सकती हैं?

हाँ, निश्चित रूप से! महिलाएं भी कृष्ण मंत्र का जाप कर सकती हैं। लिंगभेद के आधार पर कोई प्रतिबंध नहीं है।

6. क्या मैं रोज़ कृष्ण मंत्र का जाप कर सकता हूँ?

हाँ, आप रोज़ कृष्ण मंत्र का जाप कर सकते हैं। यह आपकी आस्था और भक्ति का प्रदर्शन है।

7. क्या मैं कृष्ण मंत्र का जाप करते समय मांसाहारी भोजन खा सकता हूँ?

यह आपकी व्यक्तिगत मान्यताओं पर निर्भर करता है। कुछ लोग मानते हैं कि कृष्ण मंत्र का जाप करने वाले को शाकाहारी भोजन खाना चाहिए, जबकि अन्य का मानना ​​है कि यह कोई मायने नहीं रखता।

8. क्या मैं कृष्ण मंत्र का जाप करते समय शराब पी सकता हूँ?

यह भी आपकी व्यक्तिगत मान्यताओं पर निर्भर करता है। कुछ लोग मानते हैं कि कृष्ण मंत्र का जाप करने वाले को शराब नहीं पीनी चाहिए, जबकि अन्य का मानना ​​है कि यह कोई मायने नहीं रखता।

9. कृष्ण मंत्र का जाप करने से क्या फायदे होते हैं?

कृष्ण मंत्र का जाप करने से कई धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ माने जाते हैं।

धार्मिक लाभ:

  • भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्ति
  • मोक्ष प्राप्ति
  • पापों से मुक्ति
  • नकारात्मक शक्तियों से रक्षा
  • आध्यात्मिक उन्नति

आध्यात्मिक लाभ:

  • मन की शांति
  • एकाग्रता में वृद्धि
  • तनाव में कमी
  • आत्म-जागरूकता में वृद्धि
  • सकारात्मक सोच

10. क्या कृष्ण मंत्र का जाप करने के लिए कोई नियम हैं?

हाँ, कृष्ण मंत्र का जाप करते समय कुछ नियमों का पालन करना चाहिए:

  • शुद्धता: मंत्र का जाप करने से पहले स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहनें।
  • शांत वातावरण: शांत और ध्यान केंद्रित करने वाला वातावरण चुनें।
  • सम्मान: भगवान कृष्ण के प्रति श्रद्धा और सम्मान के साथ मंत्र का जाप करें।
  • विश्वास: पूर्ण विश्वास और भक्ति के

11. कृष्ण मंत्र का अर्थ क्या होता है?

कृष्ण मंत्रों के अर्थ अलग-अलग हो सकते हैं, चुने गए मंत्र पर निर्भर करता है। कुछ लोकप्रिय मंत्रों के अर्थ इस प्रकार हैं:

  • महा मंत्र (हरे कृष्ण हरे राम):
    • “हरे” का अर्थ है “हे भगवान” और “कृष्ण” और “राम” भगवान विष्णु के दो लोकप्रिय नाम हैं। यह मंत्र ईश्वर के सर्वोच्च रूप की स्तुति करता है।
  • गोपी मंत्र (राधा कृष्ण गोविंदा):
    • यह मंत्र भगवान कृष्ण और राधा, उनके प्रिय भक्त, के दिव्य प्रेम का आह्वान करता है।
  • मोक्ष मंत्र (गोविंदा गोपाल गोपिजना वल्लभ):
    • यह मंत्र भगवान कृष्ण के विभिन्न नामों का जप करता है और मोक्ष या मुक्ति प्राप्त करने के लिए उनसे प्रार्थना करता है।
  • शांति मंत्र (ओम नमो नारायणाय):
    • यह एक शांति मंत्र है जो भगवान विष्णु के एक अन्य नाम, नारायण, का जाप करता है। यह मंत्र आंतरिक शांति और सद्भाव प्राप्त करने के लिए है।

12. क्या कृष्ण मंत्र का जाप करने के लिए दीक्षा लेनी ज़रूरी है?

नहीं, कृष्ण मंत्र का जाप करने के लिए औपचारिक रूप से दीक्षा लेना आवश्यक नहीं है। आप श्रद्धा और भक्ति के साथ इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं। हालांकि, गुरु से मार्गदर्शन प्राप्त करना हमेशा फायदेमंद होता है।

13. कृष्ण मंत्र का जाप करते समय क्या पहनना चाहिए?

कृष्ण मंत्र का जाप करते समय किसी खास तरह के कपड़े पहनने की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप स्वच्छ और आरामदायक कपड़े पहनें।

14. क्या ज़ोर से या मन ही मन मंत्र का जाप करना बेहतर है?

आप ज़ोर से या मन ही मन मंत्र का जाप कर सकते हैं, जो भी आपके लिए अधिक आरामदायक हो। दोनों तरीकों से मंत्र का जाप करने से लाभ मिलता है।

15. क्या कृष्ण मंत्र का जाप करते समय माला का उपयोग करना अनिवार्य है?

नहीं, माला का उपयोग करना अनिवार्य नहीं है। आप जप माला या अपनी उंगलियों का उपयोग गिनती रखने के लिए कर सकते हैं।

16. क्या कृष्ण मंत्र का जाप करते समय कोई आसन (बैठने की मुद्रा) महत्वपूर्ण है?

कुछ आसन ध्यान और एकाग्रता को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं। आप पद्मासन, सुखासन या वज्रासन जैसी आसनों में बैठ सकते हैं।

17. क्या मैं कृष्ण मंत्र का अंग्रेजी में जाप कर सकता/सकती हूँ?

मूल संस्कृत मंत्रों का जाप करना सबसे प्रभावी माना जाता है। लेकिन, अगर आप संस्कृत नहीं जानते हैं, तो आप मंत्रों के हिंदी अनुवाद का उपयोग कर सकते हैं।

18. कृष्ण मंत्र का जाप करने के बाद मुझे क्या करना चाहिए?

कृष्ण मंत्र का जाप करने के बाद आप कुछ देर शांत बैठ सकते हैं और अपने मंत्र जप के अनुभव पर मनन कर सकते हैं। आप भगवान कृष्ण के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर सकते हैं।

19. क्या बच्चों को कृष्ण मंत्र सिखाना ठीक है?

बच्चों को कृष्ण मंत्र सिखाना एक बहुत ही अच्छा विचार है। इससे उन्हें कम उम्र से ही भक्ति और आध्यात्मिकता का मार्गदर्शन मिलता है।