Swami samarth tarak mantra एक ऐसा शक्तिशाली मंत्र जो आप की सभी मनोकामनाओ को पूरा कर सकता है। महाराष्ट्र और पूरे भारत के सभी लोग स्वामी जी की समाधि पर जाकर उनका आशीर्वाद और मार्गदर्शन लेते रहते हैं।
माना जाता है कि भक्ति और विश्वास के साथ तारक मंत्र स्वामी समर्थ का जाप करने से व्यक्ति को परमात्मा और स्वामी समर्थ की आध्यात्मिक ऊर्जा से जुड़ने में मदद मिलती है, जिससे व्यक्ति का आध्यात्मिक विकास और आंतरिक शांति मिलती है।
भक्तों का मानना है कि स्वामी तारक मंत्र इन मराठी में नकारात्मक ऊर्जा से बचाने और दैनिक जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने की शक्ति है।
अक्कलकोट के स्वामी का नाम भी स्वामी समर्थ मंत्र है। भारत के महाराष्ट्र राज्य के सोलापुर ज़िले में एक शहर है अक्कलकोट। अक्कलकोट सोलापुर से 40 किमी दक्षिण-पूर्व में है और महाराष्ट्र और कर्नाटक की सीमा के बहुत करीब है।
श्री समर्थ ने सभी भारतीय उपमहाद्वीपों का दौरा किया और अंततः अक्कलकोट, जो आज महाराष्ट्र में है, में अपना निवास स्थापित किया। माना जाता है कि वह सितंबर या अक्टूबर 1856 में बुधवार को अक्कलकोट पहुंचे थे। वह लगभग 22 साल अक्कलकोट में रहे।
उन्हें दत्तात्रेय संप्रदाय के पहले आध्यात्मिक गुरु नरसिंह सरस्वती का पुनर्जन्म भी माना जाता है।
स्वामी समर्थ के भक्तों ने अक्सर इस स्वामी tarak mantra in marathi का जाप किया है ताकि वे उनका आशीर्वाद और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें। ऐसा माना जाता है कि यह बाधाओं को दूर करने में मदद करता है और भक्तों के जीवन में सुख और शांति लाता है।
Swami Tarak Mantra Lyrics In Marathi
श्री स्वामी समर्थ तारक मंत्र लिरिक्स मराठी में
गुरु ब्रम्हा गुरु विष्णू,
गुरुः देवो महेश्वरा।
गुरु शाक्षात परब्रम्हा,
तस्मै श्री गुरुवे नमः।।
निशंक होई रे मना,निर्भय होई रे मना।
प्रचंड स्वामीबळ पाठीशी, नित्य आहे रे मना।
अतर्क्य अवधूत हे स्मर्तुगामी,
अशक्य ही शक्य करतील स्वामी।।१।।
जिथे स्वामीचरण तिथे न्युन्य काय,
स्वये भक्त प्रारब्ध घडवी ही माय।
आज्ञेवीना काळ ही ना नेई त्याला,
परलोकी ही ना भीती तयाला,
अशक्य ही शक्य करतील स्वामी।।२।।
उगाची भितोसी भय हे पळु दे,
वसे अंतरी ही स्वामीशक्ति कळु दे।
जगी जन्म मृत्यु असे खेळ ज्यांचा,
नको घाबरू तू असे बाळ त्यांचा,
अशक्य ही शक्य करतील स्वामी।।३।।
खरा होई जागा श्रद्धेसहित,
कसा होसी त्याविण तू स्वामिभक्त।
आठव! कितीदा दिली त्यांनीच साथ,
नको डगमगु स्वामी देतील हात,
अशक्य ही शक्य करतील स्वामी।।४।।
विभूति नमननाम ध्यानार्दी तीर्थ,
स्वामीच या पंचामृतात।
हे तीर्थ घेइ आठवी रे प्रचिती,
ना सोडती तया, जया स्वामी घेती हाती ।।५।।
अशक्य ही शक्य करतील स्वामी
अशक्य ही शक्य करतील स्वामी.
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Swami Tarak Mantra Lyrics Image
तारक मंत्र जप विधि
अब तारक मंत्र जाप की सही विधि जानें।
असन: इस महान मंत्र को जमीन पर बैठकर या किसी साफ आसन पर जापना चाहिए। जिन लोगों को पैरों या घुटनों में दर्द है, वे कुर्सी पर बैठकर जप कर सकते हैं। लेकिन कुर्सी स्वच्छ और शुद्ध होनी चाहिए। कभी भी कुर्सियों पर मांसाहारी भोजन न रखें।
माला: मंत्र जाप करने के लिए तुलसी की माला या रुद्राक्ष का प्रयोग करना चाहिए। कम से कम तारक मंत्र ११ वेळा ( Tarak Mantra 11 times) करें। हर बार एक माला का उपयोग करें।
तस्वीर: श्री स्वामी समर्थ तारक मंत्र जाप करते समय आपके सामने श्री स्वामी समर्थ का चित्र होना चाहिए। उन्हें प्रणाम करके मंत्र जाप करना चाहिए।
समय: विशेषज्ञों का कहना है कि इस पवित्र मंत्र का जाप सुबह करना चाहिए, हालांकि आप इसे किसी भी समय कर सकते हैं।
Tarak Mantra Image
श्री स्वामी समर्थ तारक मंत्र के लाभ
1. श्री स्वामी समर्थ तारक मंत्र का जाप करने से कई लाभ मिलते हैं, और स्वामी समर्थ जी की कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है। तो जानें स्वामी तर्क मंत्र के लाभों के बारे में।
2. श्री स्वामी ने हमें “श्री स्वामी समर्थ तारक मंत्र” दिया है, जो बहुमूल्य है। तारकमंत्र की शक्ति इतनी बड़ी है कि आप कल्पना भी नहीं कर सकते।
3. तारक मंत्र जाप करने से आप मानसिक शक्ति महसूस करेंगे। इस मंत्र का जाप करके स्वामी जी आपको सही राह दिखाते हैं।
4. इस मंत्र का जाप करना चाहिए अगर आप परेशान, निराश या हिम्मत हार चुके हैं क्योंकि आपको कोई काम अटक गया है या सफल नहीं हुआ है। इस मंत्र का जाप करने से आप हमेशा खुश रहेंगे और आपका जीवन सफल होगा। मित्रांनो, माझे स्वामी का तारक मंत्र एकमात्र उदाहरण है।
5. श्री समर्थ जी की कृपा से कोई भी आपको छू भी नहीं सकता। श्री स्वामी समर्थ जी अपने भक्तों को हर मुसीबत से बचाएंगे, जैसे एक माँ अपने बच्चे को दुःख में नहीं देख सकती।
6. स्वामी समर्थ जी के भक्तों का कहना है कि इस मंत्र का धीरे-धीरे जप करने से हमें शक्ति मिलती है।
7. श्री स्वामी समर्थ तारक-मंत्र का जाप करने से सभी मानसिक और शारीरिक दुखों से छुटकारा मिलेगा. आपका मन हमेशा सकारात्मक रहेगा और घर में भी सकारात्मक वातावरण बना रहेगा।
स्वामी समर्थ तारक मंत्र अनुराधा पौडवाल: Swami Samarth Song
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, स्वामी तारक मंत्र इन मराठी आध्यात्मिक विकास और मुक्ति के लिए एक शक्तिशाली साधन है. नियमित रूप से इसका जप करने से साधक को बहुत लाभ मिलता है।
FAQ
1. तारक मंत्र क्या है?
तारक मंत्र एक शक्तिशाली मंत्र है जो भगवान शिव के ‘तारक चक्र’ से जुड़ा हुआ है। यह मंत्र मोक्ष प्राप्ति, कर्मों का नाश और आध्यात्मिक उन्नति के लिए जाना जाता है।
2. तारक मंत्र का जाप कैसे करें?
तारक मंत्र का जाप करने के लिए, सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें। फिर, एक शांत स्थान पर बैठें और ध्यान केंद्रित करें। माला का उपयोग करके मंत्र का 108 बार या अपनी इच्छानुसार जप करें।
3. तारक मंत्र का क्या अर्थ है?
तारक मंत्र का अर्थ है “तारक को नष्ट करने वाला”। तारक का अर्थ है “अज्ञान” या “अंधकार”।
4. तारक मंत्र के क्या लाभ हैं?
तारक मंत्र के अनेक लाभ बताए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- मोक्ष प्राप्ति
- कर्मों का नाश
- आध्यात्मिक उन्नति
- मन की शांति
- पापों से मुक्ति
- भय और चिंता का नाश
- शत्रुओं पर विजय
- ग्रह-दोषों से मुक्ति
- धन-संपत्ति में वृद्धि
5. तारक मंत्र का प्रयोग कौन कर सकता है?
तारक मंत्र का प्रयोग कोई भी व्यक्ति कर सकता है, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या लिंग का हो।
6. तारक मंत्र का जाप करने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
तारक मंत्र का जाप किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सूर्योदय और सूर्यास्त का समय विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
7. तारक मंत्र का जाप करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- मंत्र का जाप शुद्ध मन और भक्ति भाव से करें।
- मंत्र का जाप करते समय किसी भी प्रकार का व्यवधान न आने दें।
- मंत्र का जाप नियमित रूप से करें।
- मंत्र का जाप करते समय आसन की रीढ़ सीधी रखें।
- मंत्र का जाप करते समय अपनी आँखें बंद रखें।
8. क्या तारक मंत्र का कोई साइड इफेक्ट है?
तारक मंत्र का कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं माना जाता है।
9. तारक मंत्र के अलावा भगवान शिव के कुछ अन्य मंत्र भी हैं। क्या मैं उनका भी जाप कर सकता हूँ?
हाँ, आप भगवान शिव के अन्य मंत्रों का भी जाप कर सकते हैं। कुछ प्रसिद्ध शिव मंत्रों में महामृत्युंजय मंत्र, ॐ नमः शिवाय, और पंचाक्षर मंत्र शामिल हैं।
10. क्या तारक मंत्र का जाप करने से तुरंत लाभ मिलता है?
तारक मंत्र का प्रभाव व्यक्ति की श्रद्धा, निष्ठा और कर्मों पर निर्भर करता है। कुछ लोगों को तुरंत लाभ मिल सकता है, जबकि कुछ को थोड़ा समय लग सकता है।
11. क्या तारक मंत्र का जाप करते समय किसी गुरु या दीक्षा की आवश्यकता होती है?
तारक मंत्र का जाप करने के लिए किसी गुरु या दीक्षा की आवश्यकता नहीं होती है। आप स्वयं भी मंत्र का जाप कर सकते हैं।
12. क्या तारक मंत्र का जाप करते समय माला का उपयोग करना आवश्यक है?
तारक मंत्र का जाप करते समय माला का उपयोग करना शुभ माना जाता है, लेकिन यह आवश्यक नहीं है। आप अपनी उंगलियों का उपयोग करके भी मंत्र का जाप कर सकते हैं।
13. क्या तारक मंत्र का जाप करते समय किसी विशेष मूर्ति या चित्र की आवश्यकता होती है?
नहीं, तारक मंत्र का जाप करते समय किसी विशेष मूर्ति या चित्र की आवश्यकता नहीं होती है। आप अपनी सुविधानुसार भगवान शिव की किसी भी मूर्ति या चित्र के सामने बैठकर मंत्र का जाप कर सकते हैं।
यहां कुछ बातें हैं जिनका ध्यान रख सकते हैं:
- यदि आपके पास भगवान शिव की कोई मूर्ति या चित्र है, तो आप उन्हें स्नान कराकर स्वच्छ कर सकते हैं और उन पर चंदन, फूल और दीप अर्पित कर सकते हैं।
- मंत्र का जाप करते समय आप शांत और एकाग्र रहने का प्रयास करें।
- आप माला का उपयोग करके मंत्र का 108 बार या अपनी इच्छानुसार जप कर सकते हैं।
- मंत्र का जाप करते समय आप अपनी आँखें बंद रख सकते हैं और भगवान शिव का ध्यान कर सकते हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप श्रद्धा और भक्ति भाव से मंत्र का जाप करें।
कुछ लोग मानते हैं कि भगवान शिव की त्रिनेत्र वाली मूर्ति के सामने मंत्र का जाप करना अधिक फलदायी होता है। यह आपकी अपनी श्रद्धा पर निर्भर करता है। आप अपनी इच्छानुसार किसी भी मूर्ति या चित्र के सामने मंत्र का जाप कर सकते हैं।
यह भी ध्यान रखें कि तारक मंत्र एक शक्तिशाली मंत्र है। इसका जाप करते समय आपको शुद्ध मन और विचार रखना चाहिए। किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचारों या भावनाओं से दूर रहें।
यदि आपके मन में कोई प्रश्न या शंका है, तो आप किसी विद्वान पंडित से सलाह ले सकते हैं।
14. तारक मंत्र का उच्चारण कैसे करना चाहिए?
तारक मंत्र का उच्चारण “ॐ ऐं ह्रीं क्रीं तारक स्वाहा” के रूप में किया जाता है। हालांकि, संस्कृत के उच्चारण में थोड़ी सूक्ष्मता होती है। यदि आप सही उच्चारण सीखना चाहते हैं, तो आप किसी विद्वान या किसी ऑडियो रिकॉर्डिंग की सहायता ले सकते हैं।
15. क्या तारक मंत्र का जाप करने से पहले किसी विशेष पूजा-पाठ की आवश्यकता होती है?
तारक मंत्र का जाप करने से पहले कोई जटिल पूजा-पाठ आवश्यक नहीं है। आप स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनकर और भगवान शिव का ध्यान करके सीधे मंत्र का जाप शुरू कर सकते हैं।
16. क्या तारक मंत्र का जाप करते समय मौन रहना जरूरी है?
तारक मंत्र का जाप करते समय पूर्ण मौन रहने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, वातावरण शांत होना चाहिए ताकि आप अपना ध्यान मंत्र पर केंद्रित कर सकें।
17. मैं तारक मंत्र का जाप करता हूं, लेकिन मेरी मनोकामनाएं पूरी नहीं हो रहीं। क्या मैं कुछ गलत कर रहा हूं?
यह संभव है कि आप अभी फल की उम्मीद कर रहे हैं। धर्म में यह माना जाता है कि ईश्वर सर्वज्ञाता हैं और वही जानते हैं कि आपके लिए क्या सही है। आप श्रद्धापूर्वक मंत्र का जाप करते रहें और शुभ फल की प्राप्ति के लिए ईश्वर पर भरोसा रखें।
18. तारक मंत्र के अलावा मोक्ष प्राप्ति के लिए और क्या किया जा सकता है?
तारक मंत्र के अलावा मोक्ष प्राप्ति के लिए आप ये उपाय कर सकते हैं:
- सदाचरण का पालन करें।
- दयावान और सहायक बनें।
- लालच और क्रोध से दूर रहें।
- गुरुओं का मार्गदर्शन लें।
- धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करें।
- ईश्वर के प्रति समर्पण रखें।
19. मैं हिंदू धर्म का अनुसरण नहीं करता, लेकिन क्या मैं फिर भी तारक मंत्र का जाप कर सकता हूं?
तारक मंत्र का जाप किसी भी धर्म, जाति या लिंग का व्यक्ति कर सकता है। ईश्वर सभी के लिए समान हैं और आप श्रद्धा रखकर उनसे जुड़ सकते हैं।
20. तारक मंत्र के बारे में और अधिक जानकारी कहां से प्राप्त कर सकता हूं?
तारक मंत्र के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप निम्न चीज़ें कर सकते हैं:
- किसी विद्वान पंडित से सलाह लें।
- धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन करें।
- वेदों या उपनिषदों का पाठ करें।
- ऑनलाइन स्रोतों को देखें, लेकिन विश्वसनीय वेबसाइटों का ही इस्तेमाल करें।