भारत में धन, ऐश्वर्य और समृद्धि की देवी माँ लक्ष्मी को प्रमुख देवता के रूप में पूजा जाता है। माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कई मंत्रों का जाप किया जाता है, जिनमें से लक्ष्मी शाबर मंत्र का विशेष महत्व है।
इस मंत्र का उपयोग साधक धन, सुख-संपत्ति और समृद्धि प्राप्ति के लिए करते हैं। लक्ष्मी शाबर मंत्र साधना की एक विशेष विधि है, जो साधारण मंत्रों से भिन्न होती है और एक अद्भुत अनुभव प्रदान करती है।
शाबर मंत्र का इतिहास हमारे ऋषि-मुनियों से जुड़ा है। शाबर मंत्र मूलतः शंकराचार्य या आदिशंकर के शिष्यों द्वारा रचित माने जाते हैं।
ये मंत्र आसानी से समझने योग्य भाषा में होते हैं और ज्यादातर मौखिक परंपरा से पीढ़ियों तक आगे बढ़ाए जाते हैं। इस लेख में हम लक्ष्मी शाबर मंत्र के महत्व, इसके उपयोग और इसके सही तरीके के बारे में जानेगे।
शाबर मंत्र क्या होते हैं?
शाबर मंत्र मूल रूप से तांत्रिक और साधना आधारित मंत्र हैं, जिन्हें संस्कृत से हटकर साधारण भाषा में तैयार किया गया है। शाबर मंत्रों का उद्देश्य त्वरित फल प्रदान करना होता है और ये आमतौर पर स्थानीय भाषाओं में लिखे जाते हैं।
इन मंत्रों का रचना काल सदियों पुराना है, लेकिन ये आज भी प्रभावी और शक्तिशाली माने जाते हैं। शाबर मंत्रों का उपयोग साधारण मनुष्य भी कर सकते हैं, क्योंकि इनमें संस्कृत की कठिन शब्दावली नहीं होती।
शाबर मंत्रों की विशेषता यह है कि इन्हें किसी विशेष अनुष्ठान या दीक्षा की आवश्यकता नहीं होती, जैसे कि अन्य तांत्रिक या वैदिक मंत्रों में होती है। शाबर मंत्र विशेष रूप से साधकों के लिए बनाए गए थे ताकि वे आसानी से भगवान से जुड़ सकें और जीवन की समस्याओं से छुटकारा पा सकें।
लक्ष्मी शाबर मंत्र | Lakshmi Shabar Mantra
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं त्रिभुवन पालिनी लक्ष्मी मम दरिद्रयं नाशय नाशय प्रचुरम धनं में देहि देहि क्लीं ह्रीं श्रीं ॐ
लक्ष्मी मंत्र | Lakshmi Mantra
“ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मी नारायणाय नमः”
कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र | Karagre Vasate Lakshmi Mantra
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती |
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम् ||
समुद्रवसने देवि पर्वतस्तनमंडले |
विष्णुपत्नि नमस्तुभ्यं पादस्पर्शं क्षमस्वमे ||
वसुदॆव सुतं दॆवं कंस चाणूर मर्दनम् |
दॆवकी परमानन्दं कृष्णं वन्दॆ जगद्गुरुम् ||
Kubera Lakshmi Mantra | कुबेर लक्ष्मी मंत्र | Ashta Lakshmi Mantra
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
धन लक्ष्मी मंत्र | Dhan Lakshmi Mantra
ॐ नमो महादेवी महाशुक्ला
कमदल निवासी
लक्ष्मी माई सत्य की सवाई
अचानक धन लेकर आओ माई
करो भलाई और ना करो तो
सात समुद्र की दुहाई
रिद्धि-सिद्धि नइ लाओगी तो
नवनाथ चौरासी सिद्ध की दुहाई
विष्णु लक्ष्मी मंत्र | Lakshmi Narayan Mantra
ॐ श्री लक्ष्मी-नारायणाय नमः
गणेश लक्ष्मी मंत्र | Lakshmi Ganesh Mantra
ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥
लक्ष्मी बीज मंत्र | Lakshmi Beej Mantra
ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥
या
ॐ श्रीं श्रीये नम ||
लक्ष्मी गायत्री मंत्र | Lakshmi Gayatri Mantra
ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥
लक्ष्मी पूजा मंत्र | Lakshmi Puja Mantra
ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः
या
ऊँ श्रीं क्लीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।
महालक्ष्मी मंत्र | Mahalakshmi Mantra
|| ॐ सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो, धन धान्यः सुतान्वितः।
मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः ॐ ||
गजलक्ष्मी मंत्र | Gajalakshmi Mantra
|| ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गजलक्ष्म्यै नमः ||
Lakshmi Mantra for Diwali | Diwali Lakshmi Puja Mantra
दन्ताभये चक्रवरौ दधानं, कराग्रगं स्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जयालिङ्गितमाब्धि पुत्र्या-लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे॥
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लक्ष्मी शाबर मंत्र जप विधि
- स्नान और शुद्धिकरण: मंत्र जप करने से पहले साधक को स्नान करना चाहिए और शुद्ध कपड़े पहनने चाहिए।
- माँ लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर: मंत्र जप के समय माँ लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठकर जप करना चाहिए।
- संकल्प: जप शुरू करने से पहले साधक को संकल्प लेना चाहिए कि वह माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति हेतु इस मंत्र का जाप कर रहा है।
- दीपक और धूप जलाना: माँ लक्ष्मी के सामने दीपक और धूप जलाकर जप करना चाहिए।
- मंत्र का उच्चारण: मंत्र का उच्चारण शुद्ध हृदय और ध्यान के साथ करना चाहिए। इस मंत्र का जप कम से कम 108 बार करना चाहिए। इसके लिए आप रुद्राक्ष माला का भी प्रयोग कर सकते हैं।
- ध्यान और साधना: मंत्र जप के बाद ध्यान करना चाहिए और माँ लक्ष्मी की कृपा की कामना करनी चाहिए।
लक्ष्मी शाबर मंत्र की विशेषताएँ
- शक्ति और प्रभाव: शाबर मंत्रों में प्राचीन ऋषियों और साधकों की शक्ति समाहित होती है। लक्ष्मी शाबर मंत्र में देवी लक्ष्मी की कृपा का आह्वान होता है और साधक को धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है।
- सरल और सुलभ: शाबर मंत्रों का एक प्रमुख लाभ यह है कि इन्हें संस्कृत के जटिल मंत्रों की तुलना में सरलता से समझा जा सकता है। लक्ष्मी शाबर मंत्र को हर कोई बिना किसी कठिनाई के पढ़ सकता है।
- शुद्धिकरण का प्रभाव: लक्ष्मी शाबर मंत्र को जपने से साधक का शुद्धिकरण होता है, और उसके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
लक्ष्मी शाबर मंत्र का लाभ
लक्ष्मी शाबर मंत्र का जप करने से साधक को कई लाभ प्राप्त होते हैं:
- धन-संपत्ति की प्राप्ति: यह मंत्र माँ लक्ष्मी की कृपा से साधक के जीवन में धन और संपत्ति का आगमन कराता है।
- समृद्धि और ऐश्वर्य: इस मंत्र का जप करने से साधक के घर में समृद्धि और ऐश्वर्य का वातावरण बनता है।
- आर्थिक समस्याओं का निवारण: जो लोग आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं, उनके लिए यह मंत्र अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
- मानसिक शांति: यह मंत्र साधक के मन को शांति प्रदान करता है और उसके मानसिक तनाव को दूर करता है।
शाबर मंत्र से जुड़ी कुछ आवश्यक सावधानियाँ
- शुद्धता: शाबर मंत्र जपते समय तन, मन और स्थान की शुद्धता का ध्यान रखना चाहिए। इससे मंत्र का प्रभाव तेजी से बढ़ता है।
- सही विधि का पालन: शाबर मंत्रों का जप करते समय सही विधि का पालन करें। किसी योग्य गुरु से मंत्र की दीक्षा लेना और उनकी सलाह का पालन करना भी लाभकारी होता है।
- नियमितता: मंत्र जप में नियमितता का होना आवश्यक है। साधक को यह ध्यान रखना चाहिए कि वह हर दिन एक निश्चित समय पर मंत्र का जप करे।
- नकारात्मक विचारों से बचें: जप करते समय मन को शुद्ध रखें और नकारात्मक विचारों से बचें। इससे मंत्र की शक्ति बढ़ती है और साधक को जल्दी लाभ मिलता है।
लक्ष्मी शाबर मंत्र का जाप कब करना चाहिए?
लक्ष्मी शाबर मंत्र का जाप करते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। ये मंत्र कुछ विशेष अवसरों पर अधिक प्रभावी होते हैं।
- अमावस्या: अमावस्या का दिन लक्ष्मी शाबर मंत्र के जाप के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। यह दिन तंत्र साधना के लिए शुभ माना जाता है और देवी लक्ष्मी की पूजा में इसका विशेष महत्व है।
- दिवाली: दिवाली का त्योहार लक्ष्मी पूजा के लिए सबसे उपयुक्त समय है। इस दिन देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है, और लक्ष्मी शाबर मंत्र का जप अत्यधिक प्रभावी होता है।
- शुक्रवार: शुक्रवार का दिन भी देवी लक्ष्मी का दिन माना जाता है। इस दिन मंत्र जाप करने से भी लाभ प्राप्त होता है।
निष्कर्ष
लक्ष्मी शाबर मंत्र साधक को धन, ऐश्वर्य और समृद्धि की प्राप्ति में सहायक है। यह मंत्र माँ लक्ष्मी की कृपा का आह्वान करता है और साधक के जीवन में सकारात्मकता लाता है। शाबर मंत्रों का सही उच्चारण और नियमों का पालन साधक को त्वरित लाभ प्रदान कर सकता है। इस मंत्र का जप करने से साधक का जीवन सुखमय और समृद्धिशाली बनता है। इस मंत्र की शक्ति से साधक अपनी आर्थिक समस्याओं का समाधान पा सकता है और माँ लक्ष्मी की कृपा से अपने जीवन को उन्नति की ओर अग्रसर कर सकता है।
अतः, लक्ष्मी शाबर मंत्र एक अत्यंत प्रभावशाली साधना विधि है जो व्यक्ति के जीवन को सुख-संपत्ति और समृद्धि से परिपूर्ण कर सकती है। इसका सही तरीके से जप करके साधक देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है और अपने जीवन को खुशहाल बना सकता है।